दुनियां के पांच सबसे बड़े विमान हादसे जिसमे हुई हजारो लोगो की मोत
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| आकाश में उड़ता थाई एयरवेज का एक विमान |
हाल ही में हुए अहमदाबाद विमान हादसे ने देश और दुनिया के लोगो का ध्यान इस और खींचा , इस गंभीर घटना ने विमान सेवा देने वाली कम्पनीओ और साथ ही विमान निर्माण करने वाली कंपनीओ पर भी सवाल खड़े किए, आज हम आपको ऐसे ही पांच बड़े विमान हादसों के बारे में बताएंगे।
5 ) मलेशिया एयरलाइंस विमान एमएच 17 - 2014
मलेशिया एयरलाइंस का यह विमान 17 जुलाई 2014 को एम्स्टर्डम से कुआलालंपुर के लिए उड़ान भरता है, लेकिन उड़ान भरने के तीन घंटे के बाद ही विमान को पूर्वी यूक्रेन के डोनेत्सक क्षेत्र के पास मार गिराया जाता है। दरसअल यह विमान को यूक्रेन के अंदर विद्रोह कर रहे प्रो रसियन विद्रोहियों ने जमीन से दागी हुई एक रुसी बक मिसाइल से मार गिराया था। इस विमान में कुल 298 लोग सवार थे, जिनमे 283 यात्री और 15 क्रू सदस्य शामिल थे। इस दुर्घटना में विमान में सवार सभी 298 लोगो की मौत हो गई थी। इस हादसे में मरने वाले लोगो में सबसे ज्यादा नीदरलैंड के नागरिक शामिल थे, इसमें करीब 193 नीदरलैंड के नागरिक सवार थे।
4 ) एयर इंडिया विमान 182 - 1985
एयरइंडिया का यह विमान AI -182 मॉन्ट्रियल - लंदन - दिल्ली - मुंबई , मार्ग पर कार्यरत था। 23 जून 1985 को यह विमान कनाडा के मॉन्ट्रियल - मिराबेल आंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरता है, लेकिन उड़ान भरने के 6 घंटे बाद ये विमान अटलांटिक महासागर में आयरलैंड के दक्षिण-पक्षिम तट से 190 किलोमीटर दूर समुद्र में क्रैश हो जाता है। इसके पीछे का कारन विमान में हुआ एक बम धमाका था, इस धमाके के पीछे बब्बर खालसा नाम के खालिस्तानी संगठन का हाथ था। आंतकवादी संगठन ने विमान के सामन रखने वाले भाग में एक टाइम बम रखा था जो विमान के उड़ान भरने के 6 घंटे बाद बिच समुद्र में ब्लास्ट हो गया, और प्लेन के हवामे ही टुकड़े हो गए। इस विमान में कुल 329 लोग सवार थे, जिसमे 307 यात्री और 22 क्रू सदस्य शामिल थे। इस भयावह दुर्घटना में सभी 329 यात्रिओ की मौत हो गई। इसमें सबसे ज्यादा नागरिक कनाडा के थे।
3 ) चरखी दादरी विमान दुर्घटना -1996
यह विमान दुर्घटना सऊदी अरब एयरलाइन्स फ्लाइट 763 और कज़ाकिस्तान एयरलाइन्स फ्लाइट 1907 के आमने-सामने टकराने से हुई थी। हरियाणा में स्थित चरखीदादरी नामक स्थान पर 12 नवंबर 1996 को शाम 6 बजे ये भयावह हादसा हुआ, यह हादसा कम्युनिकेशन में हुई गरबड़ी के कारन हुआ। इस हादसे का मुख्य कारन कम्युनिकेशन में आई भाषा की दिक्कत थी, जिससे कज़ाकिस्तान एयरलाइंस का विमान सही से अपनी उचाई नहीं रख पाया और दोनों प्लेन आमने सामने टकरा गए। इस हादसे ने एयर ट्रैफिक नियंत्रण पर गंभीर सवाल खड़े किए, और इस विषय में नए तकनिकी बदलाव करने पर मजबूर किया। इस घटना के बाद दोनों विमान चरखी दादरी के खेतो में गिर गए, इन दोनों विमानों में कुल मिलाकर 349 लोग सवार थे। इस हादसे में कोई भी व्यक्ति जीवित नहीं बचा और दोनों विमान में सवार सारे 349 यात्री मारे गए।
4 ) जापान एयरलाइंस विमान 123 - 1985
जापान एयरलाइंस का यह विमान 12 अगस्त 1985 को टोक्यो अंतररार्ष्ट्रीय हवाई अड्डे से ओसका के लिए शाम के 6 बजे उड़ान भरता है, इस फ्लाइट में कुल 524 लोग सवार थे जिसमे 509 यात्री और 15 क्रू सदस्य थे। उड़ान भरने के 12 मिनिट बाद विमान का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और विमान से अलग हो गया, इससे विमान पूरी तरह से अनियंत्रित हो गया और हाइड्रोलिक्स ने भी काम करना बंद कर दिया। इस के बाद 32 मिनिट तक विमान अनियंत्रित होकर हवा में उड़ता रहा और इसके बाद माउंट औतसुका नामक दुर्गम पहाड़ी विस्तार में जाकर टकरा गया। इस दुर्घटना में कुल 520 लोग मारे गए, और सिर्फ 4 लोग ही जीवित बच पाए। पहाड़ी विस्तार होने के कारण मदद काफी देर से पहुंची, अगर बचावटीम समय पर पहुंचजाती तो कुछ और लोगो को भी बचाया जा सकता था। इस दुर्घटना की जाँच में पाया गया की, विमान की पिछली मरम्मत जो की साल 1977 में हुई थी उसमे सही से इसकी मरम्मत नहीं की गई थी। इस वजह से 7 साल बाद यह विमान दुर्घटना हुई।
5 ) टेनरीफ़े रनवे हादसा - 1977
टेनरीफ़े रनवे हादसा 27 मार्च 1977 को टेनरीफ़े हवाईअड्डे पर स्पेन में हुआ था, इसे दुनिया का अबतक का सबसे बड़ा विमान हादसा माना जाता है। यह हादसा केएलएम विमान 4805 और पान एएम विमान 1736 के बिच हुआ था। इस विमान हादसेमें ये दोनों फ्लाइट रनवे पर एक दूसरे से टकरा जाती है, इस विमान हादसे का मुख्य कारण केएलएम पायलट के बिना अनुमति के उड़ान भरने को माना जाता है। केएलएम पायलट ने एटीसी की स्पष्ट अनुमति के बिना ही उड़ान भरना शुरू कर दिया और रनवे पर खड़े पान एएम विमान से टकरा गया। इस दुर्घटना के कही कारण थे, जिसमे खराब मौसम, एटीसी की कम्युनिकेशन में अष्पष्टा, घना कोहरा , और सही तकनीक की कमी, लेकिन मुख्य कारण केएलएम पायलट के उड़ान भरने को माना गया। इन दोनों विमानों को मिलाकर कुल 644 लोग सवार थे, जिनमें से 583 लोगो की मौत हो गई और सिर्फ 61 लोग ही बच पाए। जो 61 यात्री बचे वो सभी पान एएम विमान से थे जो की रनवे पर खड़ा था।

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